कहते हैं समय बड़ा बलवान, पर भाई मेरे ख्याल से अमरीकी समय से भी बलवान हैं। हर साल दो बार समय बदल देते हैं। मेरा इशारा है “डे-लाइट सेविंग्स” की तरफ। अभी आज सुबह समय एक घंटा आगे हो गया यानि कि स्प्रिंग अहेड या फिर बसंत उछाल। बसंत के आते ही सूरज थोड़ा पहले उगना शुरु हो जाता है व ज्यादा देर तक रोशनी रहती है। समय एक घंटा आगे करने से आप पुराने समय के हिसाब से सात बजे उठेंगे जबकि समय होगा आठ। हाय राम एक घंटा कहां गया। देसी भाईयों को इससे बड़ी परेशानी होती है। एक भाई तो अपना समय ही ठीक नहीं करता।

अब आते हैं बनिया बुद्धि पर। आम धारणा है कि इस मुई डे-लाइट सेविंग्स के पीछे बिजली बचाने का कारण है कि। लेकिन पते की बात है कि अगर लोग ज्यादा जल्दी घर वापिस जाएंगे तो वे खरीदारी करने बाहर निकलेंगे या फिर गोल्फ वगैरह खेलेंगे। अब ऐसा होगा तो कितने धंधों को फायदा होगा। बस इसी के चलते यह कहानी हर साल होती है।