कहानी क्यूबिकल की
जिंदगी में बहुत सारी चीजें होती है जिन्हें आप मान लेते हो कि ये तो ऐसे ही होता होगा। पर उसके पीछे लंबी कहानी छिपी हो सकती है ध्यान नहीं आता। जब से काम शुरु किया एक क्यूब में ही काम करते आए हैं। कन्सलटिंग के रहते दूसरों से जरा ज्यादा क्यूबों में ही काम किया होगा। प्रायः क्यूबों से घृणा ही की जाती है व क्यूब डवैलर, क्यूब फारम जैसे शब्द भी चलते हैं। पर कभी नहीं सोचा था कि इस के पीछे भी कहानी होगी। आज पढ़ा तो पता चला कि इसे बनाने वाले यह सोचते मरा कि क्या बना दिया। आप भी पढ़ें फार्च्यून की इस कड़ी पर।
साभार: जेफ नोलन