इ जो देबू भईयाँ हैं न मन की बात पढ़ लेते हैं। मेरे दिमाग में बड़े दिनों से टैग के कीड़े कुलबुला रहे थे पर कभी कागज पर या कहें कि चिट्ठे पर नहीं उतारा। अब आप आलसी हो सकते हो दुनियो तो नहीं और खासकर देबाशीष सरीखे कर्मठ बंधू। पर कहें जित्ता मस्त लेख चक्कू दादा ने टैगिंग पर निरंतर में लिखा है शायद मैं तो न ही लिख पाता। यदि आपने अभी तक नहीं पढ़ा तो आगे पढ़ने से पहले इ जो देबू भईयाँ हैं न मन की बात पढ़ लेते हैं। मेरे दिमाग में बड़े दिनों से टैग के कीड़े कुलबुला रहे थे पर कभी कागज पर या कहें कि चिट्ठे पर नहीं उतारा। अब आप आलसी हो सकते हो दुनियो तो नहीं और खासकर देबाशीष सरीखे कर्मठ बंधू। पर कहें जित्ता मस्त लेख चक्कू दादा ने टैगिंग पर निरंतर में लिखा है शायद मैं तो न ही लिख पाता। यदि आपने अभी तक नहीं पढ़ा तो आगे पढ़ने से पहले कर आइए।

अब जबकि आप पढ़ चुके हैं तो आगे की बात बताते हैं। टैक्नोरती की एक बड़ी ही मस्त क्षमता है। जितने भी चिट्ठे जो कि श्रेणियाँ वाले होते हैं जैसे कि वर्डप्रैस, मूवेबल टाईप इत्यादि इनकी श्रेणियों में प्रेषित प्रविष्टियाँ अपने आप टैक्नोरती पर श्रेणियों को नामों वाले टैग में चली जाती हैं। जैसे कि उदाहरणतः देखिए जीतू जी, रमण बाबू, ईस्वामी, शुक्ला जी, रवि बाबू व मेरे चिट्ठों को वर्डप्रैस चलाता है। अब आप कोई ऐसा विषय सोचिए जिस पर हम सभी लिखते हैं अरे यार अनूगूँज, तो सोचिए गर आप को उन सभी प्रविष्टियों की कड़ियाँ देखनी हो जो कि हम सभी ने इस बारे में लिखी हों तो लीजिए टैक्नोरति कड़ी हाजिर है

http://technorati.com/tags/अनुगूँज

आप क्लिक कर के देखिए हैरान हुए न बिना न रह पाएंगे। यहाँ ध्यान देने वाली बात यह है कि सभी ने अनुगूँज से संबधित प्रविष्टियाँ अनुगूँज श्रेणी में प्रेषित की थीं। यदि आप को यह बढ़िया लगा तो आप कुछ इससे खेल के देखें। कुछ कड़िया नीचे दे रहा हूँ।

http://technorati.com/tags/hindi

http://technorati.com/tags/india

कुछ ऐसी ही बानगी फ्लिकर की भी है पर छवियों के जरिए

http://flickr.com/photos/tags/india

http://flickr.com/photos/tags/jaipur

http://flickr.com/photos/tags/holi इतने मुस्कराते चेहरे शायद ही किसी और टैग में मिलें आपको।

http://flickr.com/photos/tags/desi