सुस्वागतम्
हाँ भाई के नए घर में आपका स्वागत है। मुझे नया घर बहुत मनभावन लगा । आप को कैसा लगा बतावें। कहीं पर ईंट-गारे में कुछ कमी रह गई हो तो अवगत कराएं।
आप सभी के लिए एक और सूचना मैंने हिन्दी चिट्ठाकारों के लिए एक सामूहिक चिट्ठे “अक्षरग्राम” का स्थापन किया है। यहाँ आप हिन्दी चिट्ठा जगत से सम्बन्धित बातों का आदान प्रदान कर सकते हैं। आप यदि इसे प्रयोग करना चाहते हैं तो मुझे लिखिए और मैं आपके लिए प्रवेश-शब्द इत्यादि बना दूँगा। अक्षरग्राम की प्रेरणा आलोक जी की [हाँ भाई के नए घर में आपका स्वागत है। मुझे नया घर बहुत मनभावन लगा । आप को कैसा लगा बतावें। कहीं पर ईंट-गारे में कुछ कमी रह गई हो तो अवगत कराएं।
आप सभी के लिए एक और सूचना मैंने हिन्दी चिट्ठाकारों के लिए एक सामूहिक चिट्ठे “अक्षरग्राम” का स्थापन किया है। यहाँ आप हिन्दी चिट्ठा जगत से सम्बन्धित बातों का आदान प्रदान कर सकते हैं। आप यदि इसे प्रयोग करना चाहते हैं तो मुझे लिखिए और मैं आपके लिए प्रवेश-शब्द इत्यादि बना दूँगा। अक्षरग्राम की प्रेरणा आलोक जी की](http://devanaagarii.net/hi/alok/blog/puraalekh/2004_03_01_puraalekh.html#107954378097664798) से मिली थी। अक्षरग्राम का पता है
http://hindi.pnarula.com/akshargram
और आखिर में कृपया अपने चिट्ठों पर हाँ भाई का पता भी बदल लें।