ये क्या हो रहा है
आपने देखा होगा कि मेरी ब्लॉग-गतिविधि काफी कम हो गई है। तो सर जी बात ये थी कि व्यक्तिगत जिंदगी से जुड़ी बातों के लिए हाँ भाई या अक्षरग्राम काफी था लेकिन काम वाली जिंदगी के बारे में यहाँ लिखने में कठिनाई होती थी। उस मोर्चे के लिए हमहुँ अंग्रेजी चिट्ठा “Beta Thoughts” खोले हैं। समय हो तो वहाँ भी जाकर देखिएगा।
यहाँ की गप्पबाजी जारी रहेगी।